एक आत्म-आनंद उत्साही अनायास ही व्यक्तिगत संतुष्टि में लिप्त हो जाता है। एक आत्म-आनंद उत्साही अनायास ही व्यक्तिगत संतुष्टि में लिप्त हो जाता है। With